Archives for posts with tag: astrologer Delhi

Kavach is a naval decoy system to distract radar-guided missiles from their targets and act as a system for self-defence. Kavach protects from negative spirits or souls and bad planetary influences. Kavach protects one from dangers of all kinds. A Kavach is made of copper. Inside each kavach is a special paper where a specific mantra is written. This mantra will be chosen for you by Pt. Umesh Chandra Pant based on your chart. The mantra will be different for each person. The kavach is a copper tube about one inch in length with the proper mantras inside.

Click Here to Know More: Vedic Astrology

Know what the astrology has to offer you Today. Horoscope is the best way to know what your stars foretell. Get Daily Horoscope readings based on your zodiac sign. Visit Here Today.

Best Astrologer in India:

Pt. Umesh Chandra Pant offers various astrology services including detailed life readings, career reports, Kundali matching, matchmaking, horoscope readings, child analysis reports, gemstones recommendation, business reports, health reports and so much more by Best Astrologer in India.

There are many astrologers out there offering their services online. But if you really want a reliable and experienced astrologer, this is the best place for you. With our chief astrologer Umesh, who is one of the most reputable astrologers in India and around the world, you can expect reliable readings that will help you foresee your future and your destiny.

Career Astrology.

Welcome to Pavitra Jyotish Kendra, we provides accurate Indian astrology predictions, online astrology services, online astrology predictions, astrology reports, vedic astrology, career astrology, horoscope reading, phone consultation, remedial astrology, kundali matching, match making, kundali, janampatri, pandits, computerised horoscope and more. Astrologer Umesh is the famous vedic astrologer and provides predictions, insight and guidance. We believe to vedic worshiping remedies in the solutions of any such problems easily.

 

मासिक राशिफल माह अक्टुबर 2012 – प. उमेश चन्द्र पन्त – ज्योतिषाचार्य


  मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ।

इस माह काम का बोझ बढेगा, जिस कारण दिन चर्या अत्यंत प्रभावित होगी।   पूर्ववत सम्पर्को से अच्छा लाभ होगा, स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे।  यदि आप नवीन कार्य प्रारम्भ करना चाह रहे हैं तो मित्रवर्ग से मदद मिलेगी।  भ्रमित होने से बचना चाहिए।  उच्च वर्ग के सम्पर्क में आयेगे।  कार्य व्यवसाय को गति मिलेगी।  श्रेष्ठ सृजन की स्थितियां आयेगी।  अत्यधिक परिश्रम के कारण, अन्य कार्यो में अकारण विलम्ब होगा।  ईश्वर अराधना में तल्लीन रहेंगे।  व्यवसाय के क्रम में आय अपनी कार्यशैली में वृहद परिवर्तन करेगे।  आपके सहायतार्थ कई लोग आगे आयेंगे, भागीदारी पर सोच समझकर ही निर्णय लें।  गृह क्लेश की स्थितियां भी आयेंगी।  इस माह आप कोई नया व्यावसायिक अनुबंध भी करेगें।  अत्यधिक परिश्रम के कारण शारीरिक थकान, उदर विकार एवं यदा कदा मानसिक तनाव भी होगा। पैतृक सम्पति पर आंच आ सकती है।  अक्टूबर माह की 2, 10, 14 एवं 23 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं।  अतः सावधान रहना चाहिए, आप नित्य विष्णु भगवान की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का जप करें।  शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।

2 वृषभ (Taurus): उ, इ, ऐ, ओ, बा, बी, बे, बो।

इस मास आप कुछ कष्ट में रहेंगे।  कुछ समय तक मानसिक परेशानियां होंगी,

स्वास्थ्य सम्बंधी गिरावट भी देखने को मिलेगी। सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। अत्यधिक भागदौड़ भी होगी। किसी स्त्री के कारण मन उदास एवं असंतोष रहेगा, परिवर्तन का उत्तम समय प्रारम्भ हो रहा है, बहुत अधिक श्रम कर परिस्थितियों को अनुकूल बनाने का प्रयास करेंगे। प्राप्त अवसरो का पूरा लाभ उठा पाने में समर्थ नहीं होंगे। किसी खास परिस्थिति के कारण कही गयी बात से नजदीकी व्यक्ति आपसे नाता तोड़ सकता है स्त्री वर्ग से लाभ भी होगा, साझेदारी सम्बन्धी प्रस्ताव आयेंगे जिन्हे आप सिरे से नकार देगे। वैक्टीरिया सम्बन्धी बिमारी के कारण परेशान हो सकते हैं। सामान्यतः स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आर्थिक संकट की विकट स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, पारिवारिक तनाव से भी परेशान रहेगे। दैनिक अनियमितता के कारण उदर विकार, डायरिया आदि भी परेशान करेगे। अक्टूबर माह की 6, 14, 23 एवं 29 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए, आप नित्य लक्ष्मी व गणेश जी की पूजा करें एवम् ‘‘ऊँ श्री नमः’’ व ‘‘ऊँ गं गणपतये नमः’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।

3 मिथुन (Gemini): क, की, कू, घ, ड, छ, के, को, हा।

इस माह में आप व्यर्थ के झमेलों व प्रपंचों से बचें। स्वास्थ्य का आपको विशेष ध्यान रखना चाहिए। यात्रा का योग किसी समाचार के कारण चिंता उत्पन्न होगी। अचानक ही लम्बी यात्रा का योग बनेगा। स्त्री से ली गयी सलाह कारगर सिद्ध होगी। आपकी लोकप्रियता बढ़ने का भी वांछित समय है। कार्य व्यवसाय में महत्वपूर्ण परिवर्तन का मन बनेगा। आपको विभिन्न प्रकार के षडयंत्रों में उलझने का भी भय है, आपको मानसिक रुप से तैयार रहना चाहिए। श्रम साध्य अनुरुप आर्थिक लाभ नही होगा किन्तु आपको उसी में संतुष्ट होना पड़ेगा। इस मास में शुभ घटनाएं भी आयेगी एवम् कुछ मित्र आपकी मदद हेतु आगे आयेंगे। संतान से सुखद समाचार मिलेगा। जीवन साथी से मनमुटाव की स्थितियां आयेगी। स्वास्थ्य भी नरम रहेगा। लापरवाही से बचें। अक्टूबर माह की 3, 13, 24 एवम् 29 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का नित्य जप करें। हितकर होगा। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होगे।

4 कर्क (Cancer): ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो।

इस मास स्वास्थ्य की गड़बड़ी आपको परेशान करेगी। पैतृक जमीन-जायदाद से लाभ होगा। आर्थिक स्थिति तनावपूर्ण रहेगी। संतान संबंधी चिंता परेशान करेंगी, चोर भय सम्भव। उत्तरार्द्ध में आप अपनी कार्य प्रणाली में आवश्यक संशोधन करेगे। माता की चिंता रहेंगी। आपका अपने मित्र वर्ग में अलग-थलग पडना सम्भव, पारिवारिक वातावरण दूषित होने की सम्भावना, जिसका प्रभाव कार्य व्यवसाय पर दिखेगा। कार्य व्यवसाय में आप नए अनुबंध एवम् नये सम्बंध भी जोड़ने की चेष्टा करेंगे। आप से अधिक व्यय होगा। जीवन साथी की नाराजगी झेलनी पड़ेगी, मासांत में सभी परिस्थितियां धीरे-धीरे आपके माफिक हो जाएगी। घर परिवार के लोगों की उपेक्षा करना भविष्य में कष्टप्रद होगा, अतः सोच समझकर ही निर्णय लें। पिछली परेशानीयों से निजात पाने हेतु आपका संकल्प उच्चकोटि का होगा जिससे सफलता भी आपके चरण छूयेगी। अक्टूबर माह की 6,18,24 एवम् 31 तारीखें नेष्टफलदायक है अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शिवजी की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमः शिवाय ’’ का नित्य जाप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।

5 सिंह (Leo): मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे।

इस माह धन खर्च की अधिकता रहेगी। विगत माह की अपेक्षा ग्रह स्थितियां अनुकूल होगीं। कोर्ट कचहरी का चक्कर काटना पड़ सकता है। भूमि भवन संबंधी विवाद उत्पन्न होगा। आजीविका क्षेत्र में परिवर्तन आयेगा। गंभीर व्यवसायिक चिंतन में रहेंगे। आपके प्रभाव में वृद्धि होगी, स्थान परिवर्तन भी संभव, आर्थिक दबाव की अधिकता रहेगी। नवीन आय श्रोत्र में बाधायें आयेंगी फिजूल खर्ची देखा देखी में बढ़ेगी, आंशिक लाभ भी होगा। उत्तरार्द्ध अपेक्षाकृत अनुकूल जायेगा। अंतिम सप्ताह में थोड़ा-थोड़ा और सुधार दिखेगा। ऋण लेने की स्थितियां भी आयेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह माह अच्छा नही कहा जा सकता है। अंग-भंग या चोट आदि का खतरा संभव, वस्तुस्थितियों के कारण आप चिंतित रहने लगेंगे। आपको सावधानी बरतनी चाहिए। जाने अनजाने कुछ गलती हो सकती है। अक्टूबर माह की 1,6,12,23 एवं 27 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य लक्ष्मी-गणेश की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ श्री नमः’’ व ‘‘ऊँ गं गणपतये नमः’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।

6 कन्या (Virgo): टो, पा, पू, ष, ण, ठ, पे, पी।

इस माह रोजगार प्राप्ति व स्थान परिवर्तन का प्रबल सयोंग उत्पन्न हो रहा हैं। अनजाने लोगों पर विश्वास करना घातक सिद्ध होगा। वाहन,भूमि आदि क्रय का प्रबल योग। हलचल में वृद्धि रहेगी। कार्यक्षेत्र में विस्तार होगा व बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। भूमि व भवन का लाभ होगा। कार्य करने का ढंग बदलने से व्यवसाय में वांछित उन्नति होगी। कार्य व्यवसाय में ख्याति भी अर्जित करेंगे। तकनीकी कौशल उभरेगा। भागीदारी कार्य भी लाभदायक रहेगा। नये व्यवसायिक संबंध जुड़ेगे। परिवार व समाज में वर्चस्व वृद्धि होगी। कठोर श्रम कर परिस्थितियों को अपने माफिक करने में पूर्ण सफल होंगे। उत्तरार्द्ध में किसी भ्रामक स्थिति या धोखा हो सकता है, जिस कारण अत्यंत क्रोधी होने का भय, दैवीय कृपा से भ्रामक स्थितियों का शमन होगा। स्वास्थ्य की स्थिति कष्ट जनक रहेगी। उदर विकार परेशान करेंगा। खानपान का ध्यान रखें। अक्टूबर माह की 3,8,19,24 एवं 29 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का नित्य जप करें। हितकर होगा। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होगे।

7  तुला (Libra): रा, री, रू, रे, ता, ती, तू, ते।

इस माह अत्यधिक भागदौड़ की परिस्थितियां उत्पन्न होंगी।  परिश्रम ज्यादा किंतु फल कम की स्थिति आयेगी। विदेश यात्रा के योग बनेंगे। संतान की तरफ से सुखद समाचार मिलेगा।  राजकीय कार्यों में लाभ होगा। प्रथमार्द्ध से ही परिवर्तन दिखने लगेगे। बार बार यात्राओं के कारण फिजूल खर्ची बढ़ जायेगी, जिस कारण अपना बजट संतुलित करना कठिन पड़ जायेगा।  अत्यधिक व्यय के कारण मानसिक तनाव भी होगा।  उदारता के कारण हानि उठानी पड़ेगी।  उत्तरार्द्ध की भूमिका केवल आय पर निंयत्रित रहेगी। माह में किया गया पुरुषार्थ आने वाले समय में महत्वपूर्ण पविवर्तन देगा।  ऋण लेने की कोशिश करेंगे किन्तु प्राप्त नही हो पायेगा। साझेदारी के कार्य न करें तो आपके लिय हितकर होगा, मानसिक रुप से यदा कदा तनाव, स्वास्थ्य नरम रहेगा। पित्त विकार, स्वास पीड़ा व शारीरिक पीड़ा सम्भव।  पारिवारिक कलह से बचना चाहिए।  अक्टूबर माह की 10,21,24 एवं 30 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए।  आप शनि की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ शं शंन्नैश्चराय नमः ’’ का नित्य जप करें। हितकर होगा। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होगे।

8 वृश्चिक (Scorpio): तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू।

इस माह में घरेलू बाधाओं के कारण कार्य व्यवधान होगा। अपने ही नजदीकीयों में परायेपन का अहसास होगा। अकस्मात यात्राओं से परेशानी होगी। संतान से विवाद की स्थिति होगी। पूर्वाद्ध में जहां लाभ अच्छें होगे वहीं उत्तरार्द्ध में परिस्थितियां में बड़ा बदलाव दिखेगा। व्यावसायिक स्थितियां प्रतिकूल रहेंगी। माता पिता से वांछित आर्थिक एवं नैतिक सहयोग मिलेगा। आर्थिक परेशानियां होंगी, किन्तु नियंत्रण में रहेगी। व्यवसायिक यात्राएं काफी होगी जो  आर्थिक उन्नति में सहायक होंगी। कार्य व्यवसाय में यदि आप परिवर्तन करते है तो कार्य का विस्तार भी होगा एवं विकास भी। स्वास्थ्य पीड़ा भी रहेगी, कमर का दर्द, पेट का दर्द कष्टप्रद होगा। आप आत्मविश्वास से लबालब रहेंगे, जो कि दूसरे के लिए भी प्रेरणा श्रोत रहेगा। दवाइयों का प्रयोग बढ़ेगा। माता पिता का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। स्त्री का सहयोग उन्नति में सहायक होगा। अक्टूबर माह की 7,17,24,28 एवं 29 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शिवजी की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमः शिवाय ’’ का नित्य जाप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।

9 धनु (Sagittarius): ये, यो, भ, भी, भू, धा, फा, ढा, भे

इस माह दामपत्य जीवन में कुछ अनबन का योग बन रहा है। रचनात्मक एवं साहित्यिक गतिविधियां बढ़ेगी। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। किसी स्त्री से विवाद हो सकता है। यदि नौकरी करते है तो बेवजह उच्चाधिकारी के कोपभाजन का शिकार होना पडेगा। सावधानी पूर्वक कार्य पर ध्यान दें। मित्रजन आपकी मदद हेतु आगे आयेगे। प्रथमार्द्ध में जहां जीवन घटना प्रधान रहेगा वही उत्तरार्द्ध में आपकी आय के श्रोत बढ़ेगे व परिस्थितियां अनुकूल होंगी। राजकीय कार्यों में सहयोग मिलेगा। किसी परिचित व्यक्ति द्वारा षडयंत्र किया जा सकता हैं। फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहिए। बनावटी आचरण से दूर रहें। तेज गति से धन प्राप्ति की आंकाक्षा मन में जगेगी जो कि फलीभूत भी होगी। यदि आप अविवाहित है तो विवाह संबंधी बातें आगे बढ़ेगी। धार्मिक संस्थानों से सम्पर्क होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आएगी, विषाक्त भोजन, उदर विकार से बचें। अक्टूबर माह की 2,13,19 एवं 25 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य गणेश जी की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ गं गणपतये नमः’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।

10 मकर (Capricorn): भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी

इस माह स्थान परिवर्तन या नौकरी में तबादला होगा। कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ेगे, किसी पुराने विवाद में कोर्ट में विजय हासिल होगी। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। वाहनादि चलाते समय सावधानी रखे। दूरस्थ स्थान की यात्रा संभव। भाग्यावरोध का सामना करना पड़ेगा। नवीन योजनाओं पर अन्वेषण कर क्रियान्वन होगा, जो कि लाभदायक भी रहेगी। लाभदायक स्थितियों के बाद भी मन में निराशा बनी रहेगी। व्यक्तिगत जीवन में भी परेशानियां कम होने का नाम नही ले रही है। माता के स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहेंगे। स्वास्थ्य नरम रहेगा, ज्वर आदि के प्रकोप में रहेंगे। जीवन साथी को भी आंशिक अस्वस्थता होगी। कार्य की व्यवस्तता के कारण घर परिवार के सदस्य आपसे दूर रहेगे। पूजा पाठ पर अत्यधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि निराशा का प्रवेश अनाधिकृत किया जा सके।  अक्टूबर माह की 1,6,13,27 एवम् 29 तारीखें नेष्टफलदायक है अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शिवजी की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमः शिवाय ’’ का नित्य जाप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।

11 कुंभ (Aquarius): गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

इस माह में परिवार का भरपूर सहयोग मिलेगा, जिससे आपका हौसला देखने लायक होगा।  राजकीय कार्यों में सफलता मिलेगी।  भूमि-भवन से धन की प्राप्ति होगी। कोर्ट कचहरी में हार का सामना करना पडेगा। जीवन साथी द्वारा दी गई सलाह /राय के अनुरुप कार्य करने पर लाभ की स्थितियां आयेंगी।  आध्यात्म में रूचि बढ़ेगी। व्यावसायिक कार्यों में सफलता मिलेगी।  अत्यधिक श्रम साध्य उपरांत भी श्रमानुरुप लाभ अर्जित नही हो पायेगा।  प्रथमार्द्ध व उत्तरार्द्ध जहां उत्तम जाएगा वही मासांत में कुछ कठिनाइयों का दौर चल सकता हैं। अपने वास्तविक कार्य से हटकर आप कुछ अलग करेंगे जो कि लाभदायक सिद्ध होगा। यदि कार्य प्रणाली में वांछित सुधार किया जा स्थितियां लाभप्रद होगी। कुछ नया सीखने एवम् करने हेतु तत्पर रहेंगे। आप कोई विशेष प्रशिक्षण भी हासिल करेंगे। माता से अनावश्यक वार्तालाप हो सकता है। अतः सावधान रहना चाहिए। अक्टूबर माह की 4,12,19 एवं 27 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का नित्य जप करें। हितकर होगा। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होगे।

12 मीन (Pisces): दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

इस माह स्थान परिवर्तन, तीर्थाटन की स्थितियां आएगी। धन हानि हो सकती हैं। किसी कारण वश समाज में अवहेलना हो सकती है, सोच समझकर कार्य करें। किसी प्रकार का लांछन भी लग सकता है। भूमि संबंधी कोई विवाद उत्पन्न हो सकता है। जहां शुरु में कुछ चिंताओं का आगमन होगा वहीं उत्तरार्द्ध में प्रस्थान भी हो जाएगा। आर्थिक प्रयास जारी रखें। पारावारिक सामंजस्य की कमी के कारण बिना वजह अशांति, कलह उत्पन्न हो सकता हैं। संबंधों में कमी न आने दें। आपसी समझ बूझ से कार्य लेना चाहिए। एक गलत निर्णय आपको बड़ी परेशानी में डाल सकता है। मासांत में अचानक धन प्राप्ति योग व पारिवारिक वातावरण भी सौहार्दपूण होने लगेगा। आय में वृद्धि से मन प्रसन्नचित्त रहेगा। स्वास्थ्य में कमी रहेगी। मानसिक तनाव, हाई ब्लड प्रेशर, इंफैक्शन वाले रोग परेशान करेगे। जोड़ो का दर्द भी मासांत में प्रभावित करेगा। जीवन साथी से संबंध प्रारम्भिक उठा पटक के बाद, सुखद रहेंगे। अक्टूबर माह की 8, 10,,24 एवं 28 तारीखें नेष्ट फलदायक है। अतः सावधान रहना चाहिए। आप शनि की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ शं शंन्नैश्चराय नमः ’’ का नित्य जप करें। हितकर होगा। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होगे।

पवित्र ज्योतिष केन्द्र

प0  उमेश चन्द्र पन्त – ज्योतिषाचार्य,

सर्म्पक –    091-11-26496501, 09-11 9582192381

Website : www.pavitrajyotish.com

 

 

 

 

 

The Sanskrit word for Vedic astrology jyotish translate as` the knowledge of light Jyotish is the one branch of the Vedas. The Vedas are the source teaching of Vedic Indian culture and of the universal spirituality there origin predates recorded history more than five thousand years ago.
Even though the Vedas are thought to be the oldest books known to mankind, at least five thousand year old, But the `Vedic Science’ are still practice today. The Vedas was cognized by Rishis, who passed on their wisdom by telling it to the next generation. The oral tradition continues to these days, although a portion of the information is written down. The Vedas pose questions and answers to our ultimate concerns about life birth and death, suffering and happiness, poverty and prosperity, consciousness, and the eternal. The Rishis developed six branches (Vedangas) to help us understand the Vedas. Vedic Astrology is one branch created to help us see out way through life with greater clarity. The eighteen sidhantas (documents) had been written by famous sages and Vedic astronomers e.g. Surya, Pitamaha, Vayas, Vasishta, Atri, Paraahara, Kashyap, Narad, Garg, Mirich Manu, Angira, Lomash, Polish ,Chavan, Yavan, Bhrigu, Shonak etc.
Vedic Astrology is system used to assess, forecast, and improve the quality of our lives. Vedic astrologers interpret the observed conditions of the cosmos at the time of our birth to gain insight into the destiny-patterns influencing us. This information is viewed in context of what the birth chart reveals about our daily lives. Astrology helps align our life conscious and happy life. Our sense of self, relationship, education, career,finances, health and spirituality are all intertwined with our likes and dislikes, and with our destiny patterns.
Relationship compatibility especially important since all components of life involve relationship. Vedic astrologers can analyze a person’s relations with origin, partner /spouse, children, in laws, friends, neighbours, teachers, students, family, employers, employees, business and financial partners etc. many more things…………

For more details, please visit: Pavitra Jyotish kendra

Call Astrologer: +91-9582192381,

Or mail at:  mail@pavitrajyotish.com